बलात्कार की घटनाओं को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर साधा निशाना, कहा- PM मौन हैं
देश के अलग-अलग हिस्सों में बलात्कार की विभिन्न घटनाओं को लेकर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए रविवार को आरोप लगाया कि कानून व्यवस्था चरमरा गई है लेकिन प्रधानमंत्री ‘‘मौन’’ हैं और उन्होंने इस पर एक शब्द भी नहीं कहा है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री मोदी का एक वीडियो भी ट्वीट किया है जिसमें वह दिल्ली में बलात्कार की घटनाओं को लेकर तत्कालीन कांग्रेस सरकार की आलोचना कर रहे हैं।सुरजेवाला ने एक ट्वीट किया कि उन्नाव, इटावा, हैदराबाद, पलवल-फरीदाबाद-चारों ओर से दरिंदगी की खबरें! बेटियां हाहाकर कर रही है और देश की आत्मा छलनी है। उन्होंने एक ट्वीट किया, ‘‘अपराधी खुले आम घूम रहे हैं क्योंकि कानून का शासन चरमराया हुआ है! लेकिन मोदी जी मौन हैं...पश्चाताप और गुस्से का एक शब्द भी नहीं। और कोई प्रधानमंत्री से सवाल नहीं भी करेगा? क्यों?’’दुष्कर्म की बढ़ रही घटनाओं पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कहा था कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय देश का मजाक बना रहा है और भारत अब ‘बलात्कार की राजधानी’ के रूप में जाना जाने लगा है।
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लोग महसूस कर रहे हैं बेबाक राहुल गांधी की कमी, बघेल बोले- जल्द से जल्द बनें अध्यक्ष
नयी दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को कहा कि राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद से लोग उनकी एक बेबाक नेता के तौर पर कमी महसूस कर रहे हैं, ऐसे में उन्हें जल्द से जल्द फिर से पार्टी की कमान संभाल लेनी चाहिए। उन्होंने यह बयान उस वक्त दिया है जब लगातार ऐसी खबर आ रही हैं कि राहुल गांधी निकट भविष्य में फिर से कांग्रेस अध्यक्ष बन सकते हैं और 14 दिसंबर को दिल्ली में होने वाली पार्टी की रैली में इसके लिए मार्ग प्रशस्त होने की शुरुआत हो सकती है। बघेल ने कहा कि राहुल जी कांग्रेस के सर्वमान्य नेता हैं। पूरे देश के कांग्रेस कार्यकर्ता उनके साथ हैं। उन्हें जल्द से जल्द कांग्रेस अध्यक्ष बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी एकमात्र ऐसे बेबाक नेता हैं जो राष्ट्रीय मुद्दों पर अपनी बात खुलकर और आक्रामक ढंग से रखते हैं। जबसे उन्होंने (अध्यक्ष पद से) इस्तीफा दिया है तबसे उनकी (एक बेबाक नेता के तौर पर) कमी लोगों को महसूस हो रही है। एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मेरी राहुल गांधी से आने वाले समय में जब भी मुलाकात होगी तो मैं उनसे फिर से कांग्रेस अध्यक्ष बनने का आग्रह करूंगा।
यह पूछे जाने पर कि क्या 14 दिसंबर की रैली या फिर दिल्ली चुनाव के बाद राहुल फिर से कांग्रेस की कमान संभाल सकते हैं तो उन्होंने कहा कि इस बारे में कुछ नहीं कह सकता। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद राहुल ने इसी साल अगस्त में कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ दिया था। इसके बाद से वह अपने बयानों में उस आक्रामक अंदाज में नहीं दिख रहे जैसे वह बतौर कांग्रेस अध्यक्ष दिखते थे। झारखंड में कांग्रेस के स्टार प्रचारक के तौर पर प्रचार अभियान में जुटे बघेल ने उम्मीद जताई कि इस चुनाव में झामुमो-कांग्रेस गठबंधन बड़ी जीत दर्ज करेगा।उन्होंने कहा कि जमीन पर साफ दिख रहा है कि झारखंड के लोग भाजपा को सत्ता से बाहर करने का मन बना चुके हैं। मुझे उम्मीद है कि यह गठबंधन दो-तिहाई बहुमत हासिल करेगा। सेंट्रल पूल में धान खरीद के मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर बघेल ने कहा कि हम केंद्र सरकार से कोई पैसा नहीं मांग रहे हैं। हम सिर्फ यह कह रहे हैं कि आपने किसानों को बोनस देने की स्थिति में धान नहीं खरीदने की जो शर्त लगाई है उसमें ढील दीजिए। उन्होंने कहा कि उनकी तरफ से राहत नहीं मिलने पर भी हम किसानों से 2500 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से ही धान की खरीद करेंगे। आगामी 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री के तौर पर एक साल पूरा करने जा रहे बघेल ने अपनी सरकार के कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि हमने किसानों के लिए काम किया है। आर्थिक मंदी का राज्य पर असर नहीं है। युवाओं के लिए हमारी सरकार ने योजना बनाई है। हम छत्तीसगढ़ को विकास के पथ पर अग्रसर रखने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
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केजरीवाल ने किया Free WiFi योजना का ऐलान, स्थापित किए जाएंगे 11,000 हॉटस्पॉट
विधानसभा चुनाव को देखते हुए दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार एक के बाद एक कई एलान कर रही है। महिलाओं को फ्री बस सेवा हो या फिर पानी और बिजली की दरों को कम करना हो, केजरीवाल सरकार हर तरफ चुनाव को देखते हुए एक के बाद एक घोषणाएं कर रही है। आज दिल्ली के मुदिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज ऐलान किया कि 11,000 वाईफाई हॉटस्पॉट स्थापित किए जाएंगे, बस स्टॉप पर 4000, बाजारों में 7000 आदि। उन्होंने कहा कि पहले 100 हॉटस्पॉट का उद्घाटन 16 दिसंबर को किया जाएगा। इस पर लगभग 100 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके बाद, हर हफ्ते 500 वाईफाई हॉटस्पॉट जोड़े जाएंगे और 6 महीने के भीतर ये 11,000 हॉटस्पॉट स्थापित किए जाएंगे। यह सेवा लोगों को फ्री में दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इय योजना को लेकर कैबिनेट से मंजूरी और टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
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महाराष्ट्र: सियासी उठापटक के बीच भाजपा का दावा, सदन में साबित करेंगे बहुमत
महाराष्ट्र में जारी उठापटक के बीच भाजपा की मुबंई में बैठक खत्म हो गई है। पार्टी की बैठक के बाद विधायक आशीष शेलार ने शिवसेना पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने शिवसेना-भाजपा गठबंधन को जनादेश दिया पर इस जनादेश का शिवसेना ने अपमान किया। शिवसेना ने जनादेश का अपमान करके महाराष्ट्र की जनता को धोखा दिया है और महा पाप किया है।
भाजपा विधायक ने दावा किया कि देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद इस बैठक में आगे की रणनीति तय की गई। साथ ही साथ फ्लोर टेस्ट के लिए हमारी तैयारियों की समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री बनने के बाद राज्य में एक विश्वास का वातावरण तैयार हुआ है। महाराष्ट्र के प्रति हम प्रतिबद्ध हैं। हम यहां पर विकास करेंगे। अजित पवार के साथ पूरी भाजपा खड़ी है।आज महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह सहित भाजपा के बड़े नेता और कई केंद्रीय मंत्रियों के बधाई ट्वीट का धन्यवाद किया और कहा कि हम महाराष्ट्र में एक स्थाई सरकार देंगे। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर अपने नाम के साथ महाराष्ट्र का उपमुख्यमंत्री भी जोड़ लिया है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पार्टी के विधायकों की बैठक के लिए भाजपा कार्यालय पहुंचे हैं। पार्टी के विधायकों की बैठक के लिए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, महासचिव भूपेंद्र यादव सहित कई वरिष्ठ नेता महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ भाजपा कार्यालय में मौजूद हैं।
होटल रेनेसाँ में पार्टी प्रमुख शरद पवार की अध्यक्षता में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के विधायकों की बैठक हुई। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और संजय राउत भी मौजूद रहे। उद्धव ठाकरे ने राकांपा के विधायकों को संबोधित करते हुए कहा, "चिंता मत करो, यह रिश्ता लंबा चलेगा, हमारा गठबंधन लंबा चलेगा।"
इस बीच एनसीपी के बागी विधायकों का शरद पवार के पक्ष में लौटना शुरू हो गया है। राकांपा विधायक माणिकराव कोकाटे और नितिन पवार होटल पहुंच गए हैं, जहां पार्टी के अन्य विधायक ठहरे हुए हैं।
राकांपा के प्रवक्ता नवाब मलिक ने रविवार को अनिल पाटिल के ट्वीट को टैग करते हुये ट्वीट किया, जिसमें कहा गया कि वह (पाटिल) राकांपा का हिस्सा बने रहेंगे और उन्होंने शरद पवार के नेतृत्व में विश्वास व्यक्त किया।पाटिल ने ट्वीट में कहा कि वह राजभवन गए थे क्योंकि अजित पवार विधायक दल के नेता थे। पाटिल ने ट्वीट में कहा, ‘‘मुझे इस बारे में जानकारी नहीं थी कि राजभवन में क्या होने वाला है। मैं शरद पवार के साथ हूं।’’ मलिक ने कहा कि यह पाटिल की पार्टी में वापसी का संकेत है। मलिक ने रविवार को कहा कि पार्टी ने दरोडा और बाबा साहेब पाटिल के दो अलग-अलग वीडियो जारी किए हैं, जिसमें उन्हें यह कहते हुए देखा गया है कि वे राकांपा के साथ हैं।राकांपा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘झिरवाल और नितिन पवार से संपर्क किये जाने का भी प्रयास चल रहा है। सभी आज शाम तक पार्टी के साथ वापस आ जाएंगे।’’ उन्होंने कहा कि अजित पवार को भी पार्टी में लौट आने के लिए समझाने की कोशिश की जा रही हैं। मलिक ने कहा, ‘‘अगर वह अपनी गलती स्वीकार कर लेते हैं तो यह उनके लिए बेहतर होगा। हम उन्हें अकेले नहीं छोड़ना चाहते हैं।’’ इससे पहले शनिवार को, दौलत दरोडा के परिवार ने पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई है। दरोडा शनिवार को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए राजभवन पहुंचने के बाद से ही लापता हैं। एक अन्य महत्त्वपूर्ण घटना में, भाजपा सांसद संजय काकडे और राकांपा नेता जयंत पाटिल, छगन भुजबल और बबन शिंदे ने सुबह शरद पवार से यहां उनके आवास पर मुलाकात की। 15 मिनट तक चली बैठक के बाद, काकडे ने कहा कि वह अपने ‘‘निजी काम’’ के लिए पवार से मिलने आये थे। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने भी शरद पवार से मुलाकात की।बाद में, चव्हाण ने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना मिलकर सरकार बनाएंगी क्योंकि उनके पास ‘‘संख्या बल’’ है।
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Maharashtra Government Formation LIVE: शिवसेना का हो सकता है अगला सीएम, कांग्रेस का बड़ा बयान
मुंबई। Maharashtra Government Formation LIVE, क्या महाराष्ट्र को आज नई सरकार मिलेगी ? इसको लेकर आज संशय खत्म हो सकता है। शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस एक संभावित गठबंधन पर काम कर रहे हैं और आज इसपर एक बड़ी घोषणा की संभावना है। आज कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना के बीच आखिरी राउंड की बातचीत होने वाली है। इस बातचीत के बाद कहा जा रहा है महाराष्ट्र में सरकार बनाने पर कोई बड़ा ऐलान किया जा सकता है।महाराष्ट्र में सरकार गठन की चर्चाओं के बीच कांग्रेस नेता मानिकराव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा है कि महाराष्ट्र में अगला मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा, उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय बैठक में एनसीपी ने किसी शीर्ष पद की कोई मांग नहीं की है। उन्होंने साफ किया कि एनसीपी ने ऐसी कोई मांग कभी नहीं उठाई। समाचार एजेंसी एएनआइ ने इसकी जानकार दी है।
महाराष्ट्र में सरकार गठन की प्रक्रिया में तेजी को देखते हुए उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को अपनी पार्टी के विधायकों से मुलाकात की और राज्य में राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की। शिवसेना के विधायक भास्कर जाधव ने पीटीआई को बताया कि इस बैठक में विधायकों को सरकार गठन प्रक्रिया और कांग्रेस-राकांपा नेताओं की दिल्ली में हुई बैठकों से अवगत कराया गया। बता दें, बीती रात ठाकरे ने मुंबई में राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की। जाधव ने कहा कि ठाकरे जो भी फैसला लेंगे शिवसेना के सभी विधायकों को यह मानना होगा।मुंबई में आज शाम 4 बजे शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस की गठबंधन सरकार बनाने को लेकर तीनों दलों के बड़े नेताओं की बैठक होगी। इस बैठक के बाद माना जा रहा है कि शनिवार को गठबंधन के नेता राज्यसभा से मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं।
महाराष्ट्र में सरकार गठन पर चर्चा के बीच संजय राउत लीलावती अस्पताल पहुंचे हैं। उन्होंने यहां रूटीन चेकअप कराया है।संजय राउत की इस महीने की शुरुआत में एक एंजियोप्लास्टी हुई। इसको लेकर वह आज रूटीन जांच कराने के लिए पहुंचे।
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी गहमागहमी के बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने एक बड़ा बयान दिया है। संजय राउत ने कहा है कि पूरे पांच साल तक महाराष्ट्र में शिवसेना का ही मुख्यमंत्री होगा। संजय राउत के इस बयान से महाराष्ट्र की सियासत में और भूचाल आने की संभावना है। महाराष्ट्र में माना जा रहा है कि सीएम पद को लेकर शिवसेना और एनसीपी के बीच 50:50 फार्मूले पर बातचीत तय हुई है।मुख्यमंत्री पद की दौड़ पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र के लोग और शिवसैनिक चाहते हैं कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे राज्य के मुख्यमंत्री बनें।दरअसल, शिवसेना सांसद संजय राउत से जब पूछा गया कि अगर शरद पवार महाराष्ट्र के सीएम पद के लिए उनका नाम सुझाते हैं तो इसपर उन्होंने कहा कि यह गलत है। महाराष्ट्र के लोग उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं।अभी कांग्रेस और एनसीपी नेताओं की ओर से सरकार के प्रारूप पर कोई जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन माना जा रहा है कि सीएम पद पर 50:50 फार्मूला लागू होगा। यानी पहले ढाई साल शिवसेना का मुख्यमंत्री होगा और बाकी के ढाई साल राकांपा का। उपमुख्यमंत्री पद पूरे पांच साल कांग्रेस के पास रहेगा। मंत्री पद में संख्या बल के हिसाब से हिस्सेदारी होगी और अहम मंत्रलयों में भी तीनों दलों का प्रतिनिधित्व होगा। सरकार के लिए साझा कार्यक्रम तैयार होगा और समन्वय के लिए भी व्यवस्था तैयार की जा सकती है, ताकि विवाद की स्थिति न खड़ी हो।कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं के बीच आज आखिरी राउंड की बातचीत होगी। माना जा रहा है इस बैठक में गठबंधन को लेकर अंतिम खाका खींचा जाएगा और उनके रोल को लेकर भी चर्चा इस बैठक हो सकती है।कांग्रेस-एनसीपी के बीच यह बैठक दोपहर करीब 12 बजे होगी। इसके बाद करीब शाम 4 बजे शिवसेना के साथ एनसीपी-कांग्रेस की मुलाकात होने वाली है। इसके बाद आज शाम को ही महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर यह गठबंधन राज्यपाल से मुलाकात कर सकता है।एनसीपी-कांग्रेस के अलावा कई छोटे दल भी इस महागठबंधन का हिस्सा होंगे, जिसमें स्वाभिमान शेतकारी संगठन, पीजेंट एंड वर्कर्स पार्टी ऑफ इंडिया, समाजवादी पार्टी भी शामिल हैं।
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अयोध्या में आसमान छूने वाला भव्य राम मंदिर बनेगा: अमित शाह
लातेहर। झारखंड में गृह मंत्री और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने चुनावी जनसभा को संबोधित राम मंदिर मुद्दे पर अपनी बात रखी। शाह ने कहा कि हर कोई चाहता है कि अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए, मगर ये कांग्रेस पार्टी केस ही नहीं चलने देती थी। देश के सर्वोच्च न्यायालय ने ऐतिहासिक फैसला करके सर्वानुमत से ये निर्णय किया है कि अयोध्या में जहां श्रीराम का जन्म हुआ था, वहीं भव्य मंदिर बनें।
शाह ने आगे कहा कि इतने सालों से ये फैसला नहीं हो रहा था, हम भी चाहते थे कि संवैधानिक रूप से इस विवाद का रास्ता निकले और देखिये श्री राम की कृपा सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय कर दिया और उनके निर्णय से उसी स्थान पर भव्य राम मंदिर बनने का रास्ता खुल गया है।
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सरकार बनाने को लेकर शिवसेना का बड़ा दावा, CMP पर तीनों दलों की लगी मुहर
महाराष्ट्र में हर दिन नए समीकरण के बनने और बिगड़ने का खेल लगातार जारी है। जब लग रहा था कि कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना मिलकर सरकार बनाने जा रही है, तभी अचानक शरद पवार ने एक बयान जारी कर महाराष्ट्र के सियासी घमासान को और बढ़ा दिया। जब पवार ने नए सरकार के गठन के लिए बीजेपी और शिवसेना से सवाल पूछने की बात कह दी। जिसके बाद ऐसा लगने लगा कि शिवसेना को लेकर कांग्रेस-एनसीपी में अभी संस्पेंस कायम है। लेकिन शिवसेना की तरफ से सरकार गठन को लेकर एक बड़ा बयान सामने आया है।शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि कांग्रेस-एनसीपी के साथ कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बन चुका है। इसपर तीनों पार्टियों ने दस्तखत कर दिए हैं। यानि महाराष्ट्र को लेकर डील सील हो चुकी है। संजय राउत ने ये भी दोहराया कि नई सरकार में मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा।
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अयोध्या पर फैसले के बाद बोले मोदी, ये समय सभी के लिए भारतभक्ति की भावना का है
नई दिल्ली। अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर अपना फैसला सुना दिया है। इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारतभक्ति की भावना को सशक्त करने का है। देशवासियों से मेरी अपील है कि शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखें।उन्होंने ट्वीट करते हुए आगे लिखा कि सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला कई वजहों से महत्वपूर्ण है: यह बताता है कि किसी विवाद को सुलझाने में कानूनी प्रक्रिया का पालन कितना अहम है। हर पक्ष को अपनी-अपनी दलील रखने के लिए पर्याप्त समय और अवसर दिया गया। न्याय के मंदिर ने दशकों पुराने मामले का सौहार्दपूर्ण तरीके से समाधान कर दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह फैसला न्यायिक प्रक्रियाओं में जन सामान्य के विश्वास को और मजबूत करेगा। हमारे देश की हजारों साल पुरानी भाईचारे की भावना के अनुरूप हम 130 करोड़ भारतीयों को शांति और संयम का परिचय देना है। भारत के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की अंतर्निहित भावना का परिचय देना है।
फैसले से पहले भी प्रधानमंत्री ने ट्वीट करके कहा था कि अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, वो किसी की हार-जीत नहीं होगा। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में विवादित स्थल राम जन्मभूमि पर मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करते हुये केन्द्र सरकार को निर्देश दिया कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को अयोध्या में ही मस्जिद के निर्माण के लिए पांच एकड़ भूमि आवंटित की जाए।देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर अपना फैसला सुना दिया है। इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारतभक्ति की भावना को सशक्त करने का है। देशवासियों से मेरी अपील है कि शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखें।
अयोध्या फैसले का केजरीवाल ने किया स्वागत, लोगों से की शांति एवं सौहार्द बनाए रखने की अपील
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘ सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद उच्चतम न्यायालय की पीठ के पांचों न्यायाधीशों ने एकमत से आज अपना निर्णय दिया। हम उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हैं। कई दशकों के विवाद पर आज उच्चतम न्यायालय ने निर्णय दिया।
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Uddhav Thackeray बोले, जो मुझे झूठा कहेगा, मैं उससे रिश्ता नहीं रखूंगा
मुंबई। Uddhav Thackeray: शुक्रवार को देवेंद्र फडणवीस के सीएम पद से इस्तीफे के बाद हुई प्रेस कांफ्रेंस के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने करारा हमला बोला। उन्होंने फडणवीस के एक-एक आरोपों का जवाब दिया। इससे लगता है कि भाजपा और शिवसेना एक दूसरे के खिलाफ खुलकर आ गए हैं।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने हमला बोलते हुए कहा कि पांच साल के कार्यकाल के लिए फडणवीस ने खुद को श्रेय दिया। मैं बाला साहेब की तरह सच के साथ खड़ा रहा। शिवसैनिक अपनी बात से कभी पीछे नहीं हटता। हम जो कहते हैं वो निभाते हैं। शिवसेना झूठ बोलने वाली पार्टी नहीं है। मुझसे बात करने के लिए अमित शाह मुंबई आए थे। मैंने अमित शाह से सीएम पद के लिए स्पष्ट बात की थी। चुनाव से पहले भाजपा ने मीठी मीठी बातें की। फडणवीस मुझ पर झूठ बोलने का आरोप लगा रहे हैं। फडणवीस से ऐसे आरोपों की उम्मीद नहीं थी।उन्होंने कहा कि भाजपा झूठ बोलना बंद करे। फडणवीस मेरे अच्छे दोस्त हैं, मैंने बढ़कर उनकी मदद की। हमने अटल, आडवाणी, पीएम मोदी पर कभी व्यक्तिगत आरोप नहीं लगाए। । हमने नीतियों की आलोचना की। उन्होंने पूछा कि नोटबंदी के 50 दिन के वादे के बारे में किसने कहा था। अच्छे दिन का झूठ किसने बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा भूल गई कि उन्होंने दुष्यंत चौटाला के लिए क्या कहा था। बाद में हरियाणा में भाजपा ने दुष्यंत चौटाला के साथ सरकार बनाई। मैंने दुष्यंत चौटाला जैसी भाषा कभी नहीं बोली।उन्होंने कहा कि फडणवीस ने बिना बहुमत के कैसे कह दिया कि हम सरकार बनाएंगे। हम भाजपा से सरकार बनाना सीखेंगे, झूठ बोलना नहीं। मैंने एनसीपी और कांग्रेस से कोई बातचीत नहीं की। मैंने बातचीत के रास्ते कभी बंद नहीं किए। उन्होंने (भाजपा) हमसे झूठ बोला इसलिए हमने उनसे बात नहीं की। जो मुझे झूठा कहेगा, मैं उससे रिश्ता नहीं रखूंगा। उन्होंने पूछा कि क्या कर्नाटक, मणिपुर की तरह महाराष्ट्र में भी सरकार बनाएंगे। उन्होंने कहा कि मैंने बालासाहेब से वादा किया था कि एक दिन शिवसेना के मुख्यमंत्री होगा। मैं उस वादे को पूरा करूंगा, इसके लिए मुझे अमित शाह और देवेंद्र फड़नवीस की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि यह बहुत दुखद है कि गंगा की सफाई करते समय उनके दिमाग प्रदूषित हो गए। मुझे बुरा लगा कि हमने गलत लोगों के साथ गठबंधन में प्रवेश किया। शिवसेना का कहना है कि महाराष्ट्र में सीएम पद के लिए 2.5-2.5 साल के कार्यकाल पर ही बातचीत करेंगे।
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महाराष्ट्र के लिए अगले 72 घंटे अहम, पवार का शिवसेना को झटका, बोले- विपक्ष में बैठेंगे
मुंबई, एएनआइ/पीटीआइ। महाराष्ट्र के लिए अगले 72 घंटे काफी अहम होने वाले हैं। मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा और शिवसेना में गतिरोध कायम है। महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर को समाप्त हो रहा है। ऐसे में नई सरकार के गठन की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। इसी बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने बड़ा बयान दिया है।पवार ने कहा, 'शिवसेना के साथ सरकार बनाने का सवाल ही नहीं है। वे (भाजपा-शिवसेना) पिछले 25 वर्षों से एक साथ हैं, आज या कल वे फिर साथ आएंगे। केवल एक ही विकल्प है, भाजपा और शिवसेना को सरकार बनानी चाहिए। राष्ट्रपति शासन से बचने के लिए इसके अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है। पवार का यह बयान शिवसेना के लिए बड़ा झटका है। ऐसे इसलिए क्योंकि कुछ समय पहले ही शिवसेना नेता संजय राउत ने शरद पवार से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद राउत ने कहा कि पवार राज्य और देश के एक वरिष्ठ नेता हैं। वह महाराष्ट्र की हालिया राजनीतिक स्थिति से चिंतित हैं। इसे लेकर हमारे बीच चर्चा हुई।पवार ने राउत से मुलाकात को लेकर कहा, 'संजय राउत ने आज मुझसे मुलाकात की। इस दौरान हमारे बीच अगामी राज्यसभा सत्र को लेकर चर्चा हुई। कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिन पर हमने चर्चा की, जिनके बारे में हम एक समान रुख रखते हैं।'बता दें कि पिछले महीने हुए विधानसभा चुनाव में शिवसेना और भाजपा का गठबंधन था। चुनाव के परिणाम आने के बाद से दोनों दलों में सीएम पद के बंटवारे पर ठनी हुई है। शिवसेना का कहना है कि भाजपा के साथ उसका गठबंधन सीएम पद पर समझौते बाद ही हुआ, लेकिन भाजपा इससे इनकार कर रही है।
शिवसेना नेता संजय राउत ने इससे पहले कहा, 'हम केवल उस प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे जिस पर हमने विधानसभा चुनाव से पहले हमने फिफ्टी-फिफ्टी पर सहमति व्यक्त की थी। अब नए प्रस्तावों का आदान-प्रदान नहीं किया जाएगा। भाजपा और शिवसेना ने चुनावों से पहले सीएम के पद को लेकर एक समझौता किया था और उसके बाद ही हम गठबंधन के लिए आगे बढ़े थे।'इसी बीच आदित्य ठाकरे के करीबी राहुल एन कनाल ने बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि जब शिवसेना के युवा नेता आदित्य मुख्यमंत्री बनेंगे तो वह इस पद की शपथ मुंबई के शिवाजी पार्क में लेंगे ।शिवसेना की युवा शाखा युवा सेना के सदस्य राहुल कनाल ने इसे लेकर एक ट्वीट किया। इसमें उन्होंने दिवंगत बालासाहेब ठाकरे के साथ आदित्य ठाकरे की तस्वीर पोस्ट की। इसमें उन्होंने मराठी में लिखा किसी दिन, शिवाजी पार्क में एक आवाज गूंज उठेगी कि मैं बाला साहेब ठाकरे का पोता, ईश्वर की शपथ लेता हूं।
उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'यह ईश्वर की मर्जी है! इन शब्दों को सुनने के लिए और फिर से उसी जगह पर यह नजारा देखने के लिए प्रतीक्षा कर रहे हैं, जहां हमारे मार्गदर्शक ने हमारा साथ छोड़ दिया था। उनका आशीर्वाद हम सभी के साथ है। हमारे प्यारे महाराष्ट्र की सेवा करने की जिम्मेदारी है। ईश्वर महान है! जय हिंद जय महाराष्ट्र।'
29 साल के आदित्य ठाकरे मुंबई की वर्ली विधानसभा सीट से जीते। उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के सुरेश माने को 67,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया। वह शिवसेना की ओर से चुनाव लड़ने वाले ठाकरे परिवार के पहले सदस्य हैं।इसके बाद से उन्हें राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनाने के लिए कई पोस्टर सामने आए हैं। भाजपा और शिवसेना ने महाराष्ट्र ने 21 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ा था। सरकार बनाने के लिए आवश्यक संख्या प्राप्त करने के बाद भी सत्ता-बंटवारे पर दोनों दलों के बीच मतभेद है। इसके चलते राज्य में अभी तक सरकार नहीं बनी है।
शिवसेना ने जोर देकर कहा है कि चुनाव से पहले दोनों दलों के बीच सीएम पद को ढाई साल के लिए साझा करने का समझौता हुआ था। हालांकि, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि शिवसेना के साथ ऐसा कोई वादा नहीं किया गया था। बता दें कि विधानसभा चुनाव में भाजपा 105 सीटें जीतकर अकेली सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी, जबकि 288 सदस्यीय राज्य विधानसभा में शिवसेना को 56 मिले।
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