समाजवादी पार्टी (सपा) ने उत्तर प्रदेश में कई निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवारों को बदल दिया है या फिर से नामांकित किया है
आम चुनाव नजदीक आते ही समाजवादी पार्टी अपनी कोशिशें तेज करती नजर आ रही है। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि पार्टी ने कुछ नामांकनों को लेकर पार्टी सदस्यों के बीच असंतोष के कारण कई निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवारों में फेरबदल करने का विकल्प चुना है।
आगामी लोकसभा चुनाव से पहले, समाजवादी पार्टी (सपा) ने उत्तर प्रदेश में कई निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवारों को बदल दिया है या फिर से नामांकित किया है। अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली पार्टी ने आगामी आम चुनावों के लिए अब तक उम्मीदवारों की पांच सूचियां जारी की हैं। पार्टी को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के खिलाफ विपक्षी गठबंधन के लिए दुर्जेय ताकतों में से एक माना जाता है।बदायूँ लोकसभा सीट पर सीट पर समाजवादी पार्टी ने धर्मेंद्र यादव की जगह शिवपाल यादव को टिकट दिया है। पहले धर्मेंद्र यादव के नाम का ऐलान किया था। बिजनौर लोकसभा सीट से सपा ने पहले यशवीर सिंह को टिकट दिया था, हालांकि बाद में उनकी जगह दीपक सैनी को टिकट दिया गया। गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट से पार्टी ने पहले डॉ. महेंद्र नागर को अपना उम्मीदवार बनाया लेकिन चार दिन बाद उन्होंने राहुल अवाना को चुना। हालांकि, सपा ने फिर अपनी पसंद बदली और आखिरकार डॉ. महेंद्र नागर के साथ ही जाने का फैसला किया। मेरठ लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार और टीवी सीरियल 'रामायण' के अभिनेता अरुण गोविल के खिलाफ पार्टी ने पहले भानु प्रताप सिंह को मैदान में उतारा था। लेकिन बाद में उनकी जगह अतुल प्रधान को मैदान में उतारा है।इस बीच, रामपुर और मुरादाबाद संसदीय क्षेत्र में भी प्रत्याशियों के नामांकन को लेकर असमंजस की स्थिति बनी रही। रामपुर और मुरादाबाद सीट से दो-दो प्रत्याशियों ने सपा प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया। इससे दोनों सीटों पर सपा के अधिकृत प्रत्याशियों को लेकर पूरे दिन असमंजस की स्थिति बनी रही। रामपुर में पहले लोकसभा उपचुनाव लड़ चुके आसिम राजा ने खुद को सपा प्रत्याशी बताते हुए नामांकन दाखिल किया। वहीं, मुहिबुल्लाह नदवी ने भी यही दावा करते हुए अपना नामांकन दाखिल किया। उधर, मुरादाबाद में पार्टी नेता रुचि वीरा के सपा प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल करने के बाद असमंजस की स्थिति पैदा हो गई। इससे पहले, मुरादाबाद से मौजूदा सपा सांसद एसटी हसन ने भी पार्टी उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया था। हालांकि, बाद में पार्टी ने स्थिति साफ करते हुए नदवी को रामपुर से जबकि वीरा को मुरादाबाद से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया।
आम चुनाव नजदीक आते ही समाजवादी पार्टी अपनी कोशिशें तेज करती नजर आ रही है। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि पार्टी ने कुछ नामांकनों को लेकर पार्टी सदस्यों के बीच असंतोष के कारण कई निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवारों में फेरबदल करने का विकल्प चुना है। ऐसा माना जाता है कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं की चिंताओं के जवाब में ये बदलाव किए हैं, जिन्हें आगामी चुनावों में संभावित नुकसान की आशंका थी। पार्टी अध्यक्ष के रूप में, यादव रणनीतिक रूप से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रमुख हिंदुत्व कथा का मुकाबला करने के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और दलितों को एकजुट करने का लक्ष्य रख रहे हैं। इसे हासिल करने के लिए, एसपी ओबीसी के बीच समर्थन मजबूत करने के साधन के रूप में "सामाजिक न्याय" पर जोर देने की कोशिश कर रही है। इसके अतिरिक्त, पार्टी सक्रिय रूप से दलित समुदाय के भीतर अपनी अपील को व्यापक बनाने की कोशिश कर रही है।
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मुख्तार के बेटे को नहीं पता पिता की हो गई मौत
कासगंज।उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की गुरुवार देर रात मौत हो गई। मुख्तार अंसारी की तबीयत खराब होने पर जेल प्रशासन रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले आया, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही थी। इलाज के दौरान ही माफिया की मौत हो गई। हालांकि अभी तक बाप के मौत की जानकारी बेटे को नहीं है।
मुख्तार अंसारी की मृत्यु हो चुकी है, इस मामले की जानकारी यहां जिला जेल में निरुद्ध उसके विधायक बेटे अब्बास अंसारी को नहीं हो सकी है। रात को वह हाई सिक्योरिटी बैरक में बेफिक्र हो कर सो रहा था। जेल प्रशासन भी इस घटनाक्रम से अनजान बना हुआ है।
बता दें कि 14 फरवरी 2023 को अब्बास अंसारी को चित्रकूट जेल से यहां लाया गया था। उस पर आरोप लगा था कि जेल में उसकी पत्नी अवैध तरीके से मिलती थी। उस दौरान उसका स्थानांतरण कर उसे यहां भेजा गया था। वह जेल की हाई सिक्योरिटी में आम बंदी की तरह रह रहा है।अब्बास अंसारी पुस्तकें पढ़ कर अपना समय व्यतीत कर रहा है। जेल अधीक्षक विजय विक्रम सिंह ने बताया अभी तक उन्हें मुख्तार अंसारी की मृत्यु की अधिकृत जानकारी नहीं मिली है। उसका बेटा अपनी बैरक में रोजमर्रा की तरह सोया हुआ है।
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मुख्तार की मौत होते ही यूपी में अलर्ट, मऊ-बांदा से लेकर गाजीपुर तक धारा 144
माफिया मुख्तार अंसारी की मौत हो गई है. मुख्तार अंसारी की मौत के बाद पूरे प्रदेश में अलर्ट कर दिया गया है. साथ ही मऊ, गाजीपुर और बांदा जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है. बांदा मेडिकल कॉलेज और बांदा जेल के बाहर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है. बांदा मेडिकल कॉलेज में ही डॉक्टरों की तीन पैनल मुख्तार अंसारी के शव का पोस्टमार्टम करेगा. मुख्तार अंसारी की मौत की सूचना मिलते ही एडीजी प्रयागराज भानु भास्कर बांदा के लिए रवाना हो गए. बांदा जेल के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं. बांदा के जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को अलर्ट मोड़ पर रहने को कहा गया है. मुख़्तार अंसारी के बड़े भाई अफजाल अंसारी और शिवगत उल्ला अंसारी बांदा पहुंच रहे हैं. वीडियो कैमरे में मुख्तार का पोस्टमार्टम किया जाएगा. पोस्टमार्टम के बाद मुख़्तार के परिवार को शव सौंप दिया जाएगा. वहीं, यूपी के सभी जिलों में पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है. मुख्तार अंसारी की मौत के बाद पुलिस सड़कों पर है. बांदा से लेकर गाजीपुर तक विशेष सतर्कता बरती जा रही है. अर्धसैनिक बलों की भी तैनाती की गई है. सरकार ने एहतियात के उपाय शुरू कर दिए हैं. मुख्तार अंसारी का परिवार रास्ते में है और तड़के बांदा पहुंचने की उम्मीद है.
मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत की पुष्टि कर दी गई है. बांदा मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने मेडिकल बुलेटिन जारी कर 63 वर्षीय मुख्तार अंसारी के मौत की पुष्टि कर दी है. अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, बेहोशी की हालत में मुख्तार अंसारी को बांदा मेडिकल कॉलेज लाया गया था. 9 डॉक्टरों की टीम ने मुख्तार अंसारी को बचाने का प्रयास किया गया. हालांकि उसे बचाया नहींं जा सका. मुख्तार अंसारी की मौत की खबर घर वालों को दे दी गई है. साथ ही पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया गया है.
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माफिया डॉन मुख्तार अंसारी का निधन, बिगड़ी थी तबीयत
उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी का निधन हो गया है। जानकारी के मुताबिक हार्ट अटैक की वजह से उनका निधन हुआ है। जेल में तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा है कि इलाज के दौरान ही हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया। मिल रही जानकारी के मुताबिक जेल में मुख्तार अंसारी अचानक ही बेहोश होकर गिर गए थे। मंगलवार को भी उनके तबीयत खराब होने की खबर आई थी। हालांकि आज मंगलवार की तुलना में उनकी तबीयत ज्यादा खराब थी।
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भारत में जो पहले असंभव माना जाता था, आज वह संभव है : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री संभल के ऐंचोड़ा कंबोह में श्री कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह के दौरान बोल रहे थे। योगी ने प्रधानमंत्री का संभल में स्वागत करते हुए कहा, ‘‘ अयोध्या में पांच सदी के इंतजार को समाप्त करने और पहली बार संयुक्त अरब अमीरात में भी भव्य मंदिर का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री का भगवान विष्णु के 10 वें अवतार की भावी अवतरण भूमि संभल जनपद में आगमन हुआ है।’’
संभल। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि भारत में जो पहले असंभव माना जाता था, आज वह सब संभव हुआ है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्र नयी-नयी उपलब्धियां हासिल कर रहा है। मुख्यमंत्री संभल के ऐंचोड़ा कंबोह में श्री कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह के दौरान बोल रहे थे। योगी ने प्रधानमंत्री का संभल में स्वागत करते हुए कहा, ‘‘ अयोध्या में पांच सदी के इंतजार को समाप्त करने और पहली बार संयुक्त अरब अमीरात में भी भव्य मंदिर का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री का भगवान विष्णु के 10 वें अवतार की भावी अवतरण भूमि संभल जनपद में आगमन हुआ है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ भारत में जो पहले असंभव था, आज वो संभव हुआ है। यह इसलिए हुआ क्योंकि हमारे पास एक यशस्वी नेतृत्व है। राष्ट्र नयी-नयी उपलब्धियां हासिल कर रहा है। यहां आस्था का सम्मान और आजीविका की गारंटी दोनों ही है।’’ उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों ने न तो आस्था का सम्मान किया और न ही आजीविका ही दी। इस अवसर पर आचार्य प्रमोद कृष्णम्, जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी जी महाराज, स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी सहित बड़ी संख्या में संतजन उपस्थित रहे।
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मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल में आधार कार्ड ‘अचानक निष्क्रिय’ किए जाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में आधार कार्ड के ‘‘अचानक निष्क्रिय’’ होने को लेकर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा और इसके पीछे के कारणों को जानना चाहा। बनर्जी ने कहा कि इस कदम से बंगाल में लोगों के बीच ‘‘हाहाकार’’ मच गया है। उन्होंने कहा कि इस तरह आधार कार्ड ‘‘निष्क्रिय’’ करने की कवायद नियमों के खिलाफ है और प्राकृतिक न्याय का घोर उल्लंघन है। बनर्जी ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा, ‘‘मैं पश्चिम बंगाल में लोगों, विशेषकर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ओबीसी समुदायों के आधार कार्ड को अंधाधुंध तरीके से निष्क्रिय करने की गंभीर प्रकृति की अचानक हुई घटना को आपके ध्यान में लाना चाहती हूं।’’ तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘‘मैं बिना कारण बताए आधार कार्ड को अचानक निष्क्रिय किये जाने का कारण जानना चाहती हूं। क्या यह लाभार्थियों को लाभ से वंचित करना है या लोकसभा चुनाव से पहले लोगों के बीच घबराहट की स्थिति पैदा करना है?’’ मुख्यमंत्री ने दावा किया कि नयी दिल्ली में भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण का मुख्यालय बिना किसी क्षेत्रीय जांच या राज्य को विश्वास में लिये संबंधित व्यक्तियों और परिवार के सदस्यों को सीधे ‘‘निष्क्रियता पत्र’’ जारी कर रहा है। उन्होंने पत्र में कहा, ‘‘वर्तमान घटनाक्रम ने राज्य के निवासियों के बीच घबराहट और हंगामे की स्थिति पैदा कर दी है, क्योंकि बड़ी संख्या में लोग अपनी शिकायतों के निवारण के लिए जिला प्रशासन से संपर्क कर रहे हैं।
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लोकसभा चुनाव से पहले अखिलेश को बड़ा झटका, सपा से पूरी तरह अलग हुए स्वामी प्रसाद मौर्य, बनाएंगे नई पार्टी
अखिलेश यादव को लेकर उन्होंने कहा कि वह राज्य या केंद्र में सत्ता में नहीं हैं. वह कुछ भी देने की स्थिति में नहीं ह।. और अब तक उसने मुझे जो कुछ दिया है, वह सब मैं लौटा दूँगा। उन्होंने कहा कि मेरे लिए विचारधारा महत्वपूर्ण है, पद नहीं।
समाजवादी पार्टी में उपेक्षा का हवाला देकर राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा देने वाले समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य नई पार्टी बना सकते हैं। सोशल मीडिया पर उनके पोस्ट के मुताबिक, मौर्य ने नई पार्टी का नाम और झंडा लॉन्च किया है। वह 22 फरवरी को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में एक रैली को संबोधित करेंगे। नई पार्टी का नाम राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी होगा। इसके झंडे में नीला, लाल और हरा रंग होगा। मौर्य ने हाल ही में सपा में उपेक्षा का आरोप लगाते हुए पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया था।
इसके बाद से वह अखिलेश यादव पर निशाना भी साध रहे हैं। अखिलेश यादव को लेकर उन्होंने कहा कि वह राज्य या केंद्र में सत्ता में नहीं हैं. वह कुछ भी देने की स्थिति में नहीं ह।. और अब तक उसने मुझे जो कुछ दिया है, वह सब मैं लौटा दूँगा। उन्होंने कहा कि मेरे लिए विचारधारा महत्वपूर्ण है, पद नहीं। सभी वर्गों का अधिकार एवं कल्याण मेरी प्राथमिकता है। जब भी उस पर हमला होगा, मैं आवाज उठाऊंगा। नई पार्टी बनाने की अटकलों के बारे में पूछने पर एसपी मौर्य कहते हैं, "मैंने सब कुछ कार्यकर्ताओं पर छोड़ दिया है। वे जो चाहेंगे वो मुझे स्वीकार्य होगा।"
मौर्य ने हाल ही में सपा में उपेक्षा का आरोप लगाते हुए पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने अखिलेश यादव को लिखे अपने पत्र में कहा था कि डॉ. भीमराव अंबेडकर और डॉ. राम मनोहर लोहिया सामाजिक न्याय के पक्षधर थे और उन्होंने 85 बनाम 15 का नारा दिया था. लेकिन, समाजवादी पार्टी लगातार इस नारे को अप्रभावी बना रही है, उन्होंने आरोप लगाया है। पार्टी पद से स्वामी के इस्तीफे के प्रभाव को कम करने की कोशिश करते हुए, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने टिप्पणी की थी कि यह पार्टी का मामला था और इसे सौहार्दपूर्ण ढंग से हल किया जाएगा। इस बीच, मौर्य द्वारा नया राजनीतिक दल बनाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, अखिलेश ने सोशल मीडिया पर कहा, “कोई कैसे जान सकता है कि दूसरों के मन में क्या है।”
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री कल्कि धाम मंदिर का किया शिलान्यास, बोले- 22 जनवरी से अब नए कालचक्र की शुरुआत हो चुकी है
नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले महीने ही, देश ने अयोध्या में 500 साल के इंतज़ार को पूरा होते देखा है। रामलला के विराजमान होने का वो अलौकिक अनुभव, वो दिव्य अनुभूति अब भी हमें भावुक कर जाती है। इसी बीच हम देश से सैकड़ों किमी दूर अरब की धरती पर, अबू धाबी में पहले विराट मंदिर के लोकार्पण के साक्षी भी बने हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के संभल में हिंदू तीर्थस्थल कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह को संबोधित किया। धार्मिक आयोजन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और श्री कल्कि धाम निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष आचार्य प्रमोद कृष्णम उपस्थित थे। प्रधान मंत्री ने कहा कि 22 जनवरी को - अयोध्या में राम मंदिर का अभिषेक - एक नए युग की शुरुआत के रूप में चिह्नित किया गया था जो आने वाले हजारों वर्षों को प्रभावित करेगा। उन्होंने कहा कि संतों की भक्ति और जनमानस की भावना से आज एक और पवित्र स्थान का शिलान्यास हो रहा है। मुझे आचार्यों और संतों की उपस्थिति में भव्य कल्कि धाम के शिलान्यास का सौभाग्य मिला है। मैं मुझे विश्वास है कि कल्कि धाम भारतीय आस्था का एक और बड़ा केंद्र बनकर उभरेगा। मोदी ने कहा कि कई ऐसे अच्छे काम हैं, जो कुछ लोग मेरे लिए ही छोड़ कर चले गए हैं। आगे भी जितने अच्छे काम रह गए हैं, उनको भी संतों और जनता-जनार्दन के आशीर्वाद से हम पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि कई एकड़ में फैला ये विशाल धाम कई मायनों में विशिष्ट होने वाला है। ये ऐसा मंदिर होगा, जिसमें 10 गर्भगृह होंगे और भगवान के सभी 10 अवतारों को विराजमान किया जाएगा।10 अवतारों के माध्यम से हमारे शास्त्रों में केवल मनुष्य ही नहीं बल्कि अलग-अलग स्वरूपों में ईश्वरीय अवतार को प्रस्तुत किया गया है। यानी हमने हर जीवन में ईश्वर की ही चेतना के दर्शन किये हैं।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले महीने ही, देश ने अयोध्या में 500 साल के इंतज़ार को पूरा होते देखा है। रामलला के विराजमान होने का वो अलौकिक अनुभव, वो दिव्य अनुभूति अब भी हमें भावुक कर जाती है। इसी बीच हम देश से सैकड़ों किमी दूर अरब की धरती पर, अबू धाबी में पहले विराट मंदिर के लोकार्पण के साक्षी भी बने हैं। उन्होंने कहा कि इसी कालखंड में हमने विश्वनाथ धाम को निखरते देखा है। इसी कालखंड में हम काशी का कायाकल्प देख रहे हैं। इसी दौर में महाकाल के महालोक की महिमा हमने देखी है। हमने सोमनाथ का विकास देखा है, केदार घाटी का पुनर्निर्माण देखा है। हम विकास भी, विरासत भी के मंत्र को आत्मसात करते हुए चल रहे हैं।
मोदी ने कहा कि आज एक ओर हमारे तीर्थों का विकास हो रहा है, तो दूसरी ओर शहरों में हाइटेक इंफ्रास्ट्रक्चर भी तैयार हो रहा है। आज अगर मंदिर बन रहे हैं, तो देश भर में नए मेडिकल कॉलेज भी बन रहे हैं। आज विदेशों से हमारी प्राचीन मूर्तियां भी वापस लाई जा रही हैं और रिकॉर्ड संख्या में विदेशी निवेश भी आ रहा है। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी से अब नए कालचक्र की शुरुआत हो चुकी है। प्रभु श्रीराम ने जब शासन किया, तो उसका प्रभाव हजारों वर्ष तक रहा। उसी तरह रामलला के विराजमान होने से अगले हजार वर्षों तक भारत के लिए एक नई यात्रा का शुभारंभ हो रहा है। उन्होंने कहा कि भगवान राम की तरह ही कल्कि अवतार भी हजारों वर्षों की रूपरेखा तय करेगा। हम ये कह सकते हैं कि कल्कि कालचक्र के परिवर्तन के प्रणेता भी हैं और प्रेरणास्रोत भी हैं।
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पुलिस भर्ती परीक्षा में धांधली के आरोप में 14 गिरफ्तार
UPP Exam 2024
लखनऊ। बलिया जिले में पुलिस भर्ती परीक्षा में धांधली करने के आरोप में नकल गिरोह के 11 सदस्यों समेत 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने यह जानकारी दी। उसने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक सुल्तानपुर जिले में स्वास्थ्य विभाग में ‘लैब टेक्नीशियन’ है, जबकि एक अन्य मध्य प्रदेश के कटनी जिले में वन विभाग में कांस्टेबल है। बलिया के पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने रविवार को बताया कि पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार कर तीन गिरोहों का भंडाफोड़ किया है। वर्मा का दावा है कि वे पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में धांधली की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने बताया कि पकड़ा गया अभय कुमार श्रीवास्तव सुल्तानपुर जिले में स्वास्थ्य विभाग में ‘लैब टेक्नीशियन’ है जबकि फतेहबहादुर राजभर मध्य प्रदेश के कटनी जिले में वन विभाग में सिपाही है। उनके अनुसार पुलिस ने तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है, जो दूसरे अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा दे रहे थे। गोंडा जिले में पुलिस ने बिहार के नालंदा जिले के एक व्यक्ति समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गोंडा के पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया कि बिहार के नालंदा जिले के कुंदन कुमार चौधरी को शनिवार शाम स्थानीय पुलिस की मदद से जिले के नवाबगंज कस्बे में एक परीक्षा केंद्र से गिरफ्तार किया गया। उनके अनुसार वह सिपाही भर्ती के लिए मनकापुर थाना क्षेत्र के तन्मय सिंह की जगह परीक्षा दे रहा था। उन्होंने बताया कि पुलिस ने रविवार को तन्मय और उसके सहयोगी गोंडा जिले के धानेपुर थाना क्षेत्र निवासी हरेंद्र कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया है। हरेंद्र सिपाही भर्ती का अभ्यर्थी भी है। जायसवाल के मुताबिक इन दोनों अभ्यर्थियों का नालंदा जिला निवासी कुंदन से छह लाख रुपये में सौदा तय हुआ है। वह शनिवार को दूसरी पाली में नवाबगंज के एक परीक्षा केंद्र पर तन्मय के स्थान पर परीक्षा दे रहा था और रविवार को गोंडा शहर के एक अन्य केंद्र पर उसे हरेंद्र के स्थान पर परीक्षा देनी थी। हालांकि उससे पहले ही दोनों अभ्यर्थियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया। जायसवाल ने बताया कि तीनों के खिलाफ नवाबगंज थाने में मामला दर्ज किया गया है। अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा देने और धोखाधड़ी करने के आरोप में पिछले दो दिनों में पूरे उत्तर प्रदेश में 120 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने शनिवार को कहा था कि गिरफ्तार किए गए कुल 122 लोगों में से 15 एटा में, नौ-नौ मऊ, प्रयागराज और सिद्धार्थनगर में, आठ गाजीपुर में, सात आज़मगढ़ में, छह गोरखपुर में, पांच जौनपुर में, चार फ़िरोज़ाबाद में , तीन-तीन कौशांबी और हाथरस में , दो-दो झाँसी, वाराणसी, आगरा और कानपुर में, और एक-एक बलिया, देवरिया और बिजनौर में शामिल हैं। कुमार ने लखनऊ के गोमतीनगर इलाके में दो परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण भी किया था। उन्होंने बताया कि 17 और 18 फरवरी को दो पालियों में हो रही परीक्षा में 48 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हो रहे हैं।
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उत्तर प्रदेश में नौकरी और रोजगार की कोई कमी नहीं : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश में निवेश नहीं आता था। अब 38 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। जब ये निवेश प्रस्ताव धरातल पर उतरेंगे तो 1.10 करोड़ युवाओं को नौकरी व रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। अगर उद्योगों की आवश्यकता के अनुसार युवाओं को प्रशिक्षण प्राप्त हो जाए तो उत्तर प्रदेश के युवाओं को अपने जिले में ही रोजगार मिल जाएगा।
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को दावा किया कि उत्तर प्रदेश में नौकरी और रोजगार की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि युवा अपनी दिलचस्प के मुताबिक क्षेत्र का चयन कर खुद को प्रशिक्षण से जोड़कर तैयार करें और सरकार उनके रोजगार और नौकरी की गारंटी लेगी। आदित्यनाथ रविवार को मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित रोजगार मेला एवं सेवायोजित प्रशिक्षणार्थियों के नियुक्ति पत्र वितरण तथा स्वरोजगार के लिए 500 करोड़ रुपये के ऋण वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में नौकरी व रोजगार की कोई कमी नहीं है। युवा अपनी अभिरुचि के अनुसार क्षेत्र का चयन करके खुद को प्रशिक्षण से जोड़कर तैयार करें। उनके रोजगार व नौकरी की गारंटी सरकार लेगी।’’ उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन, श्रम एवं सेवायोजन विभाग एवं राजकीय आईटीआई के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने जब हर हाथ को काम, हर खेत को पानी का नारा दिया था तब लोग इसे पूरा हो पाना असंभव मानते थे। मगर 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी ने इसे हकीकत में बदल दिया है। डबल इंजन की सरकार बिना भेदभाव हर हाथ को काम उपलब्ध करा रही है।’’मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘‘मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया, मुद्रा योजना, विश्वकर्मा’’ योजनाओं के जरिये देश में युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार की ढेरों संभावनाओं को आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि वृहद रोजगार मेले में आए जिन युवाओं को किसी कारणवश रोजगार नहीं मिल पाएगा, उन्हें ‘पीएम-सीएम इंटर्नशिप’ योजना से जोड़ा जाएगा। इन युवाओं को प्रशिक्षण देने के साथ मानदेय भी दिया जाएगा। मानदेय का आधा हिस्सा सरकार और आधा हिस्सा संबंधित औद्योगिक इकाई देगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश में निवेश नहीं आता था। अब 38 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। जब ये निवेश प्रस्ताव धरातल पर उतरेंगे तो 1.10 करोड़ युवाओं को नौकरी व रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि अगर उद्योगों की आवश्यकता के अनुसार युवाओं को प्रशिक्षण प्राप्त हो जाए तो उत्तर प्रदेश के युवाओं को अपने जिले में ही रोजगार मिल जाएगा। आदित्यनाथ ने कहा कि ‘‘उत्तर प्रदेश में जब पारंपरिक शिल्प व उद्योगों को ऊंचाई देने के लिए एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना शुरू की गई तो लोग ऐसे शिल्प-उद्योगों को मरा हुआ कहते थे। वास्तव में ऐसा समझने वालों की सोच मरी हुई है।’’उन्होंने कहा, ‘‘ सरकार ने जब पूर्वजों की जीवंत धरोहर इन उद्योगों को टेक्नोलॉजी, ब्रांडिंग और मार्केटिंग से जोड़ा तो लॉकडाउन में इस क्षेत्र में 40 लाख लोगों को रोजगार दिया गया। लॉकडाउन में सरकार ने लोगों को दूसरे राज्यों से सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाया और रोजगार भी दिया। घर लौटा उत्तर प्रदेश का आदमी यहीं काम कर राज्य की अर्थव्यवस्था में योगदान दे रहा है।’’ मुख्यमंत्री ने दावा किया कि जितने प्रतिशत लोग दूसरे राज्यों से लौटे, उतने ही प्रतिशत अर्थव्यवस्था बढ़ी है जबकि जिन राज्यों से वे आए, वहां अर्थव्यवस्था पर उतने ही प्रतिशत नकारात्मक असर पड़ा है।
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