'देश की संपत्ति अडानी के हाथों में', Priyanka Gandhi बोलीं- PM Modi के पास किसानों के लिए पैसे नहीं हैं
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि PM मोदी ने 8 हजार करोड़ रुपए का जहाज खरीदा। नया संसद भवन बनाने और सौंदर्यीकरण में 20 हजार करोड़ रुपए खर्च किए। जब उन्होंने करोड़ों खर्च करने की घोषणा की थी, तब गन्ना किसान बकाया राशि मांग रहे थे, काले कृषि कानून के खिलाफ किसान सड़कों पर थे।
प्रियंका गांधी ने कांग्रेस के लिए छत्तीसगढ़ में प्रचार किया जहां पहले चरण के लिए मतदान हुए। छत्तीसगढ़ के कुरूद में चुनावी रैली में भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि वे देश की संपत्ति चंद उद्योगपतियों को दे रहे हैं। आज देश के हवाई अड्डे और बंदरगाह अडानी को दिये जा रहे हैं। ये अडानी कौन है? अडानी आपके लिए क्या बनाता है? क्या कोई मुझे बता सकता है कि अडानी कितनी नौकरियाँ पैदा करता है? हम जानते थे कि टाटा ट्रक बनाता है, और बिड़ला द्वारा बनाई गई चीजें भी। अडानी और अंबानी क्या बनाते हैं? क्या कोई बता सकता है कि उनके यहां कितने मजदूर काम करते हैं? वे रोजगार के कितने अवसर देते हैं? वे आपके लिए कुछ नहीं बनाते।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि PM मोदी ने 8 हजार करोड़ रुपए का जहाज खरीदा। नया संसद भवन बनाने और सौंदर्यीकरण में 20 हजार करोड़ रुपए खर्च किए। जब उन्होंने करोड़ों खर्च करने की घोषणा की थी, तब गन्ना किसान बकाया राशि मांग रहे थे, काले कृषि कानून के खिलाफ किसान सड़कों पर थे। तब मोदी जी ने कहा था- हमारे पास बकाया देने के लिए पैसा नहीं है। प्रधानमंत्री के पास किसानों के लिए पैसे नहीं हैं, लेकिन अपने लिए हवाई जहाज खरीदने और संसद को सुंदर बनाने के लिए पैसे हैं। उन्होंने कहा कि PM मोदी कहते हैं कि वह खुद OBC हैं और OBC वर्ग के लिए काम करना चाहते हैं। लेकिन जब कांग्रेस जाति जनगणना की बात करती है, तो वह इस बात पर बौखला जाते हैं। BJP सिर्फ खोखले वादे करती है।
प्रियंका ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा ही जनता के अधिकारों की बात की है। जैसे- शिक्षा का अधिकार, भोजन का अधिकार, स्वास्थ्य का अधिकार...। आप आज भी इंदिरा गांधी जी को याद करते हैं, क्योंकि वे जानती थीं कि यह देश आपका है। यहां की जल-जंगल-जमीन पर सबसे पहले आपका अधिकार है। छत्तीसगढ़ में जनता को उनके यही अधिकार वापस किए गए हैं। कांग्रेस की विचारधारा में हिंसा, नफरत, भेदभाव की कोई जगह नहीं है। कांग्रेस की विचारधारा कहती है कि जनता सर्वोपरि है। हमारा मानना है कि देश में सबसे अधिक शक्ति, सत्ता और संपत्ति- जनता के हाथ में होनी चाहिए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि मध्य प्रदेश में साढ़े तीन साल में सिर्फ 21 लोगों को रोजगार मिला है। वहीं, पूरे देश में छत्तीसगढ़ एकलौता ऐसा राज्य है, जहां बेरोजगारी दर सबसे कम है। आखिर BJP के नेता किस मुंह से वोट मांगने आते हैं? उन्होंने कहा कि आज देश की संपत्ति अडानी के हाथों में हैं। कौन है ये अडानी- इस देश का गरीब है, किसान है, मजदूर है? किसी को पता है अडानी क्या बनाता है, उसने कितने लोगों को रोजगार दिया है? अडानी ने जो आपका था, वो आपसे ले लिया है।
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'तेलंगाना का विश्वास अब बीजेपी पर', हैदराबाद में बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , राज्य में बदलाव की आंधी चल रही
मोदी ने कहा कि तेलंगाना में बदलाव की जो आंधी चल रही है, उसे इस विशाल जनसभा में भी महसूस किया जा सकता है। आप लोग तेलंगाना के कोने-कोने से आए हैं और अपने साथ एक स्पष्ट संदेश भी लाए हैं। तेलंगाना का विश्वास अब बीजेपी पर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तेलंगाना विधानसभा चुनाव को लेकर हैदराबाद में आयोजित एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने लोगों का अभिवादन किया। उन्होंने कहा कि इस मैदान का मेरे जीवन में बहुत बड़ा स्थान है, 2013 में आप सबने मुझे इसी मैदान में बुलाया था। आपने टिकट रखा था कि जो मोदी जी की सभा में आना चाहता है उसे टिकट खरीदना पड़ेगा। इसकी खबर पूरे विश्व में फैल गई थी... इसी मैदान में मोदी को प्रधानमंत्री बनाने की पक्की नींव रखने का काम हुआ। इस मैदान के आशीर्वाद ने मोदी को प्रधानमंत्री बना दिया और इसी मैदान के आशीर्वाद से भाजपा का पहला मुख्यमंत्री भी मुख्यमंत्री यहीं से बनेगा।
मोदी ने कहा कि तेलंगाना में बदलाव की जो आंधी चल रही है, उसे इस विशाल जनसभा में भी महसूस किया जा सकता है। आप लोग तेलंगाना के कोने-कोने से आए हैं और अपने साथ एक स्पष्ट संदेश भी लाए हैं। तेलंगाना का विश्वास अब बीजेपी पर है। केसीआर पर हमला करते हुए मोदी ने कहा कि तेलंगाना में विकास विरोधी, पिछड़ा वर्ग विरोधी, एससी/एसटी विरोधी सरकार है। 30 नवंबर को आपके पास इस सरकार को उखाड़ फेंकने का मौका है और आपको यह सुनिश्चित करना है कि यहां कमल खिले। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीआरएस में तीन चीजें समान हैं वह है वंशवाद, भ्रष्टाचार और मनौती। प्रधानमंत्री ने कहा कि मंच पर 'हवा' है, लेकिन मैदान में 'तूफान'! तेलंगाना में चल रही 'परिवर्तन की आंधी' को इस जनसभा की विशालता से बखूबी महसूस किया जा सकता है! उन्होंने कहा कि ये NDA है, BJP है, जो ओबीसी हितों का सबसे ज्यादा ध्यान रखती है, उन्हें सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व देती है। केंद्र की NDA सरकार में 27 ओबीसी मंत्री हैं, जो आजादी के बाद सबसे ज्यादा हैं। आज देश में बीजेपी के 85 OBC सांसद हैं। आज देश में बीजेपी के 365 OBC विधानसभा सदस्य हैं। आज देश में बीजेपी के 65 OBC विधान परिषद सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि हमारे कुम्हार हों, सुनार हों, सुथार हों, मूर्तिकार हों, कपड़े धोने वाले हों, कपड़े सिलने वाले हों, जूते बनाने वाले हों, बाल काटने वाले हों, ऐसे बहुत से साथी BC समुदाय से ही आते हैं।
मोदी ने कहा कि ऐसे लोगों के लिए ही भाजपा सरकार ने पीएम विश्वकर्मा योजना बनाई है। इस योजना के तहत हमारे विश्वकर्मा भाइयों-बहनों पर 13 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इससे उन्हें अपना जीवन स्तर उठाने में, अपने जीवन से अन्य परेशानियां दूर करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी ही है जो अपने किसान भाइयों के हितों का ध्यान रखती है। पीएम-किसान योजना के तहत, हमने रुपये वितरित किए हैं। तेलंगाना के किसानों के बैंक खातों में सीधे 9,000 करोड़; इससे राज्य के लगभग 35 लाख किसानों को लाभ हुआ है। विशेष रूप से, इस सूची में अधिकांश किसान बीसी समुदाय से हैं!
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I.N.D.I.A. को लेकर CM Nitish के बयान पर BJP का तंज, शहजाद पूनावाला बोले- गठबंधन का ना कोई मिशन, ना विजन
2024 के आम चुनावों में भाजपा के रथ का मुकाबला करने के लिए 28 पार्टियों का एक समूह बनाया गया है। अब नीतीश के बयान को लेकर भाजपा ने इंडिया गठबंधन पर तंज कसा है। बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि उनका INDI गठबंधन वास्तव में 'टुकड़े-टुकड़े' गठबंधन है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को अपनी टिप्पणी के साथ भाजपा को इंडिया गुट पर हमला करने के लिए हथियार प्रदान किया है। नीतीश ने कहा कि कांग्रेस गठबंधन की तुलना में चुनावों में अधिक रुचि रखती है। पटना में बोलते हुए, कुमार ने दावा किया कि गठबंधन में "कुछ खास नहीं" हो रहा है। 2024 के आम चुनावों में भाजपा के रथ का मुकाबला करने के लिए 28 पार्टियों का एक समूह बनाया गया है। अब नीतीश के बयान को लेकर भाजपा ने इंडिया गठबंधन पर तंज कसा है। बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि उनका INDI गठबंधन वास्तव में 'टुकड़े-टुकड़े' गठबंधन है।
शहजाद पूनावाला ने कहा कि राहुल गांधी को भारत जोड़ो यात्रा नहीं बल्कि भारत जोड़ो यात्रा निकालनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में सपा बनाम कांग्रेस चल रही थी, आज बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कांग्रेस पर हमला बोला, इससे पहले दिल्ली से पंजाब तक आप बनाम कांग्रेस थी, पश्चिम बंगाल में अधीर रंजन चौधरी बनाम ममता बनर्जी थी, केरल में कांग्रेस बनाम लेफ्ट चल रहा था। उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह है कि इस गठबंधन का कोई मिशन या विजन नहीं है। इस गठबंधन में सिर्फ विरोधाभास, भ्रम, भ्रष्टाचार, महत्वाकांक्षा और एक-दूसरे के प्रति हताशा है। इसीलिए वे एक-दूसरे पर ताना कसते हैं।सीएम नीतीश ने कहा कि जो लोग हमारे देश के संविधान को बदलने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें रोकने के लिए I.N.D.I.A ब्लॉक का गठन किया गया था। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हमने सभी दलों से बात की, उनसे एकजुट होने और देश को उन लोगों से बचाने का आग्रह किया जो इसके इतिहास को बदलने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए पटना और अन्य जगहों पर बैठकें हुईं। इसके साथ ही नीतीश ने अपनी नाराजगी भी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इंडिया एलायंस बना लेकिन कुछ खास नहीं हो रहा। 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की दिलचस्पी उनमें ज्यादा है। उन्होंने पुरानी पार्टी को संदेश देते हुए साफ तौर पर कहा कि हम सब मिलकर कांग्रेस पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे थे लेकिन उन्हें अभी इस सब की चिंता नहीं है। वे अभी 5 राज्यों के चुनाव में व्यस्त हैं। इसलिए 5 राज्यों के चुनाव के बाद वे खुद ही सबको बुलाएंगे।
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मुझे नहीं पता कि मैं जेल में रहूंगा या बाहर: अरविंद केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि केजरीवाल के शरीर को तो गिरफ्तार कर लोगे लेकिन केजरीवाल की सोच को गिरफ्तार नहीं कर पाओगे। जांच एजेंसी के समन को नजरअंदाज करने के बावजूद, केजरीवाल क्षेत्र के लोगों के लिए एक उत्साही संदेश के साथ सड़कों पर उतरे।आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ सिंगरौली में रोड शो किया। मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। नतीजे 3 नवंबर को आएंगे। उन्होंने कहा कि जैसे दिल्ली और पंजाब के लोगों ने चमत्कार करके दिखाया, आने वाले दिनों में मध्य प्रदेश के लोग भी चमत्कार करके दिखाएंगे। केजरीवाल ने कहा कि जिस दिन चुनाव के नतीजे आएंगे मुझे नहीं पता कि मैं जेल में रहूंगा या बाहर रहूंगा लेकिन सब लोग ये कहें कि सिंगरौली में अरविंद केजरीवाल आए और हमने उन्हें ऐतिहासिक जीत देकर भेजा।
इस दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि केजरीवाल के शरीर को तो गिरफ्तार कर लोगे लेकिन केजरीवाल की सोच को गिरफ्तार नहीं कर पाओगे। जांच एजेंसी के समन को नजरअंदाज करने के बावजूद, केजरीवाल क्षेत्र के लोगों के लिए एक उत्साही संदेश के साथ सड़कों पर उतरे। केजरीवाल का सिंगरौली दौरा मध्य प्रदेश में तेज राजनीतिक गतिविधियों के बीच हो रहा है, जो विधानसभा चुनाव के लिए तैयार है। उनकी यात्रा और साहसिक बयान से राजनीतिक चर्चा और बहस छिड़ गई है। हालाँकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि जेल के बारे में केजरीवाल की टिप्पणी उनकी चल रही कानूनी लड़ाई और उन मुद्दों के कारण कारावास का सामना करने की संभावना के संदर्भ में थी। वह इस समय विभिन्न कानूनी मामलों और जांच एजेंसियों द्वारा जारी समन में फंसे हुए हैं।
जपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि टीवी के माध्यम से आप लोग देख ही रहे होंगे कि अरविंद केजरीवाल भाग गए हैं। अरविंद केजरीवाल ED के समन से भाग रहे हैं, सच्चाई का सामना करने से भाग रहे हैं। जांच से भागना एक तरह से स्वीकार करना होता है कि हां मैंने गलती की है। पात्रा ने कहा कि ED के सामने, एजेंसी के सामने पेश न होना, एक तरह से डर को दिखाता है, स्वीकृति को दिखाता है कि हां मैंने गलती की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के शराब घोटाले के किंग-पिंग केजरीवाल ने स्वीकार किया है कि हां, शराब घोटाले में मेरा हाथ है। इसके पीछे जो बेतहाशा भ्रष्टाचार हुआ है, उसमें मैं भी शामिल हूं। वरना डरने की क्या आवश्यकता थी!
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कटनी मुड़वारा विधानसभा सीट से ज्योति विनय दीक्षित ने नामांकन किया
निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रही है ज्योति विनय दीक्षित ठोल नंगाड़े के साथ हजारो समर्थक उमड़े
कटनी। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में आज नामांकन करने का आखिरी दिन था। कटनी शहर के मुड़वारा विधानसभा सीट से शहर की तेज तर्रार लोकप्रिय नेता ज्योति विनय दीक्षित ने निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में नामांकन भर दिया हैं। जैसा कि ज्ञात हो ज्योति विनय दीक्षित भाजपा प्रत्याशी के रुप में मुड़वारा विधान सभा सीट से प्रबल दावेदार थी। लेकिन भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व की अनदेखी से छुब्ध होकर ज्योति दीक्षित ने भाजपा से इस्तीफा देकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लडऩे का फैसला किया है। कटनी शहर से अपने पति विनय दीक्षित के साथ मिलकर विगत १२ वर्षों से जनता की सेवा में लगी है। ज्योति विनय दीक्षित एक पढी लिखी एमएससी पास युवा महिला नेता है। वह दो बार अपने क्षेत्र से पार्षद भी रही है। पिछले ेवर्ष 2022 में भाजपा ने उनको कटनी शहर के मेयर पद का टिकट दिया था। ज्योति दीक्षित पार्टी के निर्वतमान विधायक जयसवाल के गुटवाजी व अन्तर विरोधी गतिविधियो के चलते मात्र 4 हजार के कम अंतरो के वोट से मेयर का चुनाव हार गई थी। ज्योति के पति विनय दीक्षित ने इस हार और गुटबाजी से सबक लेने के बाद भी जनता के बीच सेवा में ज्योति के साथ जुट गये। एक साल से रात दिन जनता के बीच भाजपा पार्टी की नीतियो और मोदी जी की नीतियो को घर घर जाकर उनके बीच रखने का काम किया था लेकिन पार्टी से टिकट पाने में पूर्व सिटिंग विधायक जयसवाल तिकड़म लगाकर फिर कामयाब हो गये। पार्टी की निस्वार्थ सेवा करने के बाद भी ज्योति को भाजपा ने टिकट नहीं दिया। ज्योति विनय दीक्षित के नाम का प्रस्ताव कटनी मुड़वारा सीट से सबसे ऊपर भाजपा के शीर्ष नेताओ तक गया था। जबकि सिटिंग विधायक जयसवाल के खिलाफ शहर की जनता लगातार है और उनका टिकट काटने की संस्तुति हाई कमान से की गई थी इसके बाबजूद केन्द्रीय नेतृत्व ने ज्योति के टिकट पर कैंची चला दी। शहर में जिसकी लोकप्रियता और पार्टी के प्रति समर्पण भाव जायदा था उसको टिकट न देकर जिसके प्रति जनता का आक्रोश है उसे टिकट दे दिया गया। भाजपा के इस निर्णय सें शहर की जनता भी हतप्रभ है। भाजपा जिस मातृशक्ति की बात करती है उसने ही एक जुझारू कर्मठ महिला ज्योति विनय दीक्षित को टिकट न देकर एक महिला के साथ न्याय नहीं किया जो शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। ज्योति ने अपना नामांकन भरने के बाद हजारो समर्थको को सम्बोधित करते हुये कहा कि वह जऩता की सेवा करना चाहती है। जनता का प्यार और जनादेश उन्हें अवश्य मिलेगा। वह सेवा भाव के लिये राजनीति मै आई है। ज्योति के पति विनय दीक्षित कटनी शहर के जुझारू नेता के रूप में जाने जाते है। वह विधायक संजय पाठक के बहुत खास व्यक्तियों में गिने जाते हैं। ज्योति को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा का भी आशीर्वाद प्राप्त था लेकिन उन्हें टिकट न मिलना बहुत निराशा भरा स्वय उनके लिये निर्णय माना जा रहा है। आज सोमवार को 12 बजे ठोल नंगाड़े के साथ हजारो समर्थको के साथ उत्साह भरे माहौल में ज्योति विनय दीक्षित ने कचेहरी जाकर नामाकन पत्र भर दिया है। अब देखना यह हैं कि 17 नवम्बर को मुड़वारा की जनता ज्योति विनय दीक्षित के भाग्य का फैसला और प्यार अपने मतो से करेगी। 3 दिसम्बर को चुनाव का परिणाम घोषित किया जायेगा।
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स्मृतियों को संजोने से होगी 'विचारों की घर वापसी'- प्रो.संजय द्विवेदी
इंदौर। भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) के पूर्व महानिदेशक प्रो.संजय द्विवेदी का कहना है कि अपनी गौरवशाली परंपरा से भटककर हम एक अलग मार्ग पर चल पड़े, जिसके कारण विश्वगुरु भारत एक साधारण देश बन गया। अब हमारी स्मृतियां ही हमारे खोए हुए बौद्धिक, आध्यात्मिक और आर्थिक वैभव को वापस दिला सकती हैं। इसके लिए 'विचारों की घर वापसी' जरूरी है।
वे रविवार को इंदौर स्थित श्री मध्य भारत हिंदी साहित्य समिति में आयोजित श्री राकेश शर्मा की पुस्तक 'स्मृतिरूपेण' के लोकार्पण समारोह में अध्यक्ष की आसंदी से संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि स्मृतियां हमारी संस्कारी ताकत हैं और बौद्धिक बल भी प्रदान करती है। श्री राकेश शर्मा जैसे लेखक हमें समृद्ध करते हैं, क्योंकि वे आधुनिक समय का पाठ भी परंपरा की जमीन पर करते हैं। प्रो.द्विवेदी ने कहा कि जो अपनी स्मृतियों से टूट जाता है, वह अपना सब कुछ खो देता है ।
विशेष अतिथि फगवाड़ा (पंजाब) से आए डॉ. अनिल पांडे ने कहा कि यह कृति 'स्मृति रूपेण' जड़ता में प्राण फूंकती है और संस्कृति तथा व्यावहारिकता को दृष्टि प्रदान करती है। डॉ.वसुधा गाडगिल ने कृति पर विस्तार से समीक्षात्मक विचार व्यक्त किए एवं कृति को साहित्य की धरोहर बताया । इस अवसर विशेष रूप से उपस्थित मध्यप्रदेश नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. सचिन चतुर्वेदी ने भी संबोधित किया तथा अपनी शुभकामनाएं व्यक्त की।कृतिकार श्री राकेश शर्मा ने इस प्रकार के संस्मरण आधारित कृति लिखने पर अपने विचार व्यक्त किए तथा वीणा पत्रिका एवं अन्य साहित्यकारों जिनसे उन्हें प्रेरणा मिली उनके प्रति आभार व्यक्त किया। स्वागत संबोधन समिति के प्रधानमंत्री श्री अरविंद जवलेकर ने दिया कार्यक्रम का संचालन प्रचार मंत्री हरे राम बाजपेई ने किया तथा अंत में आभार साहित्यकार से प्रभु त्रिवेदी ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में प्रख्यात ललित निबंधकार श्री नर्मदाप्रसाद उपाध्याय, कथाकार सूर्यकांत नागर, वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण कुमार अष्ठाना, गोपाल माहेश्वरी, मुकेश तिवारी, अश्विन खरे, डा.पद्मा सिंह, डा.वंदना अग्निहोत्री, डा.पुष्पेंद्र दुबे, सदाशिव कौतुक उपस्थित रहे।
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उत्तर प्रदेश में नौकरी और रोजगार की कोई कमी नहीं : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश में निवेश नहीं आता था। अब 38 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। जब ये निवेश प्रस्ताव धरातल पर उतरेंगे तो 1.10 करोड़ युवाओं को नौकरी व रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। अगर उद्योगों की आवश्यकता के अनुसार युवाओं को प्रशिक्षण प्राप्त हो जाए तो उत्तर प्रदेश के युवाओं को अपने जिले में ही रोजगार मिल जाएगा।
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को दावा किया कि उत्तर प्रदेश में नौकरी और रोजगार की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि युवा अपनी दिलचस्प के मुताबिक क्षेत्र का चयन कर खुद को प्रशिक्षण से जोड़कर तैयार करें और सरकार उनके रोजगार और नौकरी की गारंटी लेगी। आदित्यनाथ रविवार को मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित रोजगार मेला एवं सेवायोजित प्रशिक्षणार्थियों के नियुक्ति पत्र वितरण तथा स्वरोजगार के लिए 500 करोड़ रुपये के ऋण वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में नौकरी व रोजगार की कोई कमी नहीं है। युवा अपनी अभिरुचि के अनुसार क्षेत्र का चयन करके खुद को प्रशिक्षण से जोड़कर तैयार करें। उनके रोजगार व नौकरी की गारंटी सरकार लेगी।’’ उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन, श्रम एवं सेवायोजन विभाग एवं राजकीय आईटीआई के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने जब हर हाथ को काम, हर खेत को पानी का नारा दिया था तब लोग इसे पूरा हो पाना असंभव मानते थे। मगर 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी ने इसे हकीकत में बदल दिया है। डबल इंजन की सरकार बिना भेदभाव हर हाथ को काम उपलब्ध करा रही है।’’मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘‘मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया, मुद्रा योजना, विश्वकर्मा’’ योजनाओं के जरिये देश में युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार की ढेरों संभावनाओं को आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि वृहद रोजगार मेले में आए जिन युवाओं को किसी कारणवश रोजगार नहीं मिल पाएगा, उन्हें ‘पीएम-सीएम इंटर्नशिप’ योजना से जोड़ा जाएगा। इन युवाओं को प्रशिक्षण देने के साथ मानदेय भी दिया जाएगा। मानदेय का आधा हिस्सा सरकार और आधा हिस्सा संबंधित औद्योगिक इकाई देगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश में निवेश नहीं आता था। अब 38 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। जब ये निवेश प्रस्ताव धरातल पर उतरेंगे तो 1.10 करोड़ युवाओं को नौकरी व रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि अगर उद्योगों की आवश्यकता के अनुसार युवाओं को प्रशिक्षण प्राप्त हो जाए तो उत्तर प्रदेश के युवाओं को अपने जिले में ही रोजगार मिल जाएगा। आदित्यनाथ ने कहा कि ‘‘उत्तर प्रदेश में जब पारंपरिक शिल्प व उद्योगों को ऊंचाई देने के लिए एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना शुरू की गई तो लोग ऐसे शिल्प-उद्योगों को मरा हुआ कहते थे। वास्तव में ऐसा समझने वालों की सोच मरी हुई है।’’उन्होंने कहा, ‘‘ सरकार ने जब पूर्वजों की जीवंत धरोहर इन उद्योगों को टेक्नोलॉजी, ब्रांडिंग और मार्केटिंग से जोड़ा तो लॉकडाउन में इस क्षेत्र में 40 लाख लोगों को रोजगार दिया गया। लॉकडाउन में सरकार ने लोगों को दूसरे राज्यों से सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाया और रोजगार भी दिया। घर लौटा उत्तर प्रदेश का आदमी यहीं काम कर राज्य की अर्थव्यवस्था में योगदान दे रहा है।’’ मुख्यमंत्री ने दावा किया कि जितने प्रतिशत लोग दूसरे राज्यों से लौटे, उतने ही प्रतिशत अर्थव्यवस्था बढ़ी है जबकि जिन राज्यों से वे आए, वहां अर्थव्यवस्था पर उतने ही प्रतिशत नकारात्मक असर पड़ा है।
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कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी, कहा- राजनीति से दूर रखें सेना को
उन्होंने यह भी बताया कि यह केंद्रीय सिविल सेवा आचरण नियम 1964 का भी उल्लंघन है जिसमें निर्देश दिया गया है कि कोई भी सरकारी कर्मचारी राजनीतिक गतिविधि में हिस्सा नहीं ले सकता है। सरकारी कर्मचारियों को उपलब्धियां का प्रदर्शन करने के लिए केंद्र सरकार ने राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में बदल दिया है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में उन्होंने सशस्त्र बलों के राजनीतिकरण को बढ़ावा न दिए जाने की मांग की है। चिट्ठी के जरिए उन्होंने कहा कि नौकरशाही और सशस्त्र बलों के राजनीतिकरण को बढ़ावा देने वाले आदेश तत्काल रूप से वापस लिए जाने चाहिए। इस चिट्ठी में मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया है कि सरकार की सभी एजेंसियां, संस्थान विभाग आदि मोदी सरकार के प्रचारक के तौर पर पेश होने लगे हैं। इस दौरान मल्लिकार्जुन खड़की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर कहा है कि भारत सरकार के संयुक्त सचिव, निदेशक और उप सचिव जैसे कई पदों पर तैनात अधिकारियों को देश के सभी 765 जिलों में तैनात किया गया है ताकि वो केंद्र सरकार की उपलब्धियों का गुणगान कर सके। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह कदम बेहद चिंताजनक है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि यह केंद्रीय सिविल सेवा आचरण नियम 1964 का भी उल्लंघन है जिसमें निर्देश दिया गया है कि कोई भी सरकारी कर्मचारी राजनीतिक गतिविधि में हिस्सा नहीं ले सकता है। सरकारी कर्मचारियों को उपलब्धियां का प्रदर्शन करने के लिए केंद्र सरकार ने राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में बदल दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की यह एक राजनीतिक व्यवस्था है ताकि पांच राज्यों के चुनावों और 2024 के आम चुनावों में लाभ हो सके। उन्होंने कहा कि सरकार की मार्केटिंग गतिविधियों के लिए विभागों के सीनियर अफसरों को लगाया जा रहा है, ऐसे में हमारे देश का शासन अगले छह महीनों के लिए रुक जाएगा।इस पत्र में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वार्षिक छुट्टी पर गए सैनिकों को सरकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार करने के लिए समय बिताने के निर्देश दिए गए है। इस संबंध में रक्षा मंत्रालय ने आदेश पारित किया है। इसका विरोध करते हुए खड़गे ने कहा कि सैनिकों का काम देऱश की रक्षा करना है ना की सरकारी योजनाओं को बढ़ावा देना।
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Hamas आतंकियों के पीछे पड़ा इजरायल, एक-एक आतंकी को खत्म करने के लिए प्लान तैयार
इजरायल इस बड़े युद्ध के लिए अपनी तैयारी जोर शोर से कर रहा है। पड़ोसी देशों में उसके नागरिकों पर हमास-हिजबुल्ला हमला कर सकते है। इजराइल ने इस अंदेशे को देखते हुए अपने सभी नागरिकों को भी सतर्क कर दिया है।
हमास का खत्म करने के लिए इसराइल पूरी तरीके से तैयार है। गाजा के हमास को खत्म करने के उद्देश्य से इजरायल ने फूल प्रूफ रणनीति तैयार कर ली है। इसराइल जानता है कि हमास से लड़ाई अभी लंबी चलने वाली है क्योंकि हमास के पास इजरायल के 200 से अधिक बंधक है।इस लड़ाई में इसराइल को दोहरा मुकाबला करना है जिसमें उसे एक तरफ हमास के आतंकियों से मुकाबला करना है वही आतंकी संगठन हिजबुल्लाह से भी लड़ाई लड़नी है। हिज्बुल्लाह लगातार लेबनान की ओर से हमला करने में जुटा हुआ है। वही आतंकी संगठन को जवाब देने के लिए इजरायल की सेना सीमा के पास देती हुई है। सीमा पर इजरायल के टैंक और जवान लगातार मुस्तैद है। इजरायल की सेना सीमा पर इसलिए मुस्तैद है ताकि अगर जमीन पर युद्ध शुरू हुआ तो हमास और हिजबुल्ला को जवाब दिया जा सके।गौरतलब है कि इजरायल इस बड़े युद्ध के लिए अपनी तैयारी जोर शोर से कर रहा है। पड़ोसी देशों में उसके नागरिकों पर हमास-हिजबुल्ला हमला कर सकते है। इजराइल ने इस अंदेशे को देखते हुए अपने सभी नागरिकों को भी सतर्क कर दिया है। इजराइल के अपने नागरिकों को कहा है कि मिस्र और जॉर्डन को तत्काल छोड़ दें। इस संबंध में इजराइल ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि जॉर्डन और मिस्र की यात्रा करने से परहेज करें।बता दें कि इजराइल आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहा है। बता दें कि हमास के आंतकियों ने इस युद्ध को शुरू किया था। बेंजामिन नेतन्याहू भी ऐलान कर चुके हैं कि इस युद्ध का खातमा इजराइल करेगा। सिर्फ युद्ध ही नहीं बल्कि हमास का भी इसके साथ अंत किया जाएगा। इसी बीच इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलैंट ने कहा है कि जमीनी युद्ध होगा जो लंबा चलेगा। इस युद्ध को लेकर इजराइल का 3 फेज का प्लान भी तैयार हो गया है।
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देश के पहले अग्निवीर की हुई शहादत, सेना ने दी विदाई
सोशल मीडिया पर कॉर्प्स ने जानकारी दी कि बर्फ में खामोश हैं, जब बिगुल बजेगा तो वे उठेंगे और फिर से मार्च करेंगे. फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स के सभी रैंक सियाचिन की कठिन ऊंचाइयों पर ड्यूटी के दौरान अग्निवीर (ऑपरेटर) गावते अक्षय लक्ष्मण के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं।
लद्दाख के सियाचिन में भारतीय सेवा के अग्नि वीर जवान गवाते अक्षय लक्ष्मण शहीद हो गए हैं। लाइन का ड्यूटी के दौरान अक्षय लक्ष्मण शहीद हुए हैं जो कि पहले अग्नि वीर जवान है। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि लक्ष्मण की मौत का कारण क्या है। उनके निधन की जानकारी सेना की लेह स्थित ‘फायर एंड फ्यूरी कोर’ ने रविवार को दी है। बता दें कि लक्ष्मण भारतीय सेना की फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स का हिस्सा थे। सोशल मीडिया पर कॉर्प्स ने जानकारी दी कि बर्फ में खामोश हैं, जब बिगुल बजेगा तो वे उठेंगे और फिर से मार्च करेंगे. फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स के सभी रैंक सियाचिन की कठिन ऊंचाइयों पर ड्यूटी के दौरान अग्निवीर (ऑपरेटर) गावते अक्षय लक्ष्मण के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं। साथ ही शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। वहीं सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और बल के सभी रैंक के कर्मियों ने महाराष्ट्र के अग्निवीर गवते अक्षय लक्ष्मण की मौत पर शोक व्यक्त किया है। काराकोरम पर्वतीय श्रृंखला में लगभग 20,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन हिमनद को दुनिया के सबसे ऊंचे सैन्यीकृत क्षेत्र के रूप में जाना जाता है जहां सैनिकों को अत्यधिक ठंड और तेज हवाओं से जूझना पड़ता है। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि लक्ष्मण की मौत का कारण क्या है। ‘फायर एंड फ्यूरी कोर’ ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ ‘फायर एंड फ्यूरी कोर’ के सभी अधिकारी सियाचिन की दुर्गम ऊंचाइयों पर ड्यूटी के दौरान अग्निवीर (ऑपरेटर) गवते अक्षय लक्ष्मण के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं और उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।बता दें कि अक्षय मूल रूप से महाराष्ट्र के रहने वाले थे। वो लेह मुख्यालय वाली भारतीय सेना की फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स में तैनात थे। बता दें कि इससे पहले एक और अग्निवीर की मौत हो चुकी है जिसका नाम अमृतपाल सिंह था। मगर अमृतपाल सिंह को सेना ने शहीद का दर्जा नहीं दिया था। दरअसल पंजाब के मानसा जिले के गांव कोटली कलां के अमृतपाल सिंह महज 19 साल की उम्र में ही सेना में अग्निवीर के तौर पर भर्ती हुए थे। जम्मू-कश्मीर के राजौरी अमृतपाल सिंह की तैनाती की गई थी। इसी बीच 11 अक्टूबर को अमृतपाल सिंह ने अपनी ही राइफल से गोली चलाई जिससे उसकी जान चली गई। सेना ने बताया कि अग्निवीर अमृतपाल सिंह ने संतरी ड्यूटी के दौरान खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। ऐसे में उनका अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ नहीं किया गया है क्योंकि खुद को पहुंचाई गई चोट के कारण निधन होने पर सैन्य सम्मान नहीं दिया जाता है।
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